Featured Post

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

Image
जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

सीरम इंस्टीट्यूट शुरुआत में केवल तीन लाख डोज देने को तैयार

राजस्थान सतर्क है...
एक मई से नौ शहरों में 35-44 आयुवर्ग के लोगों को ही लगेगी वैक्सीन - चिकित्सा मंत्री

जयपुर। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि एक मई से 18 से 45 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन प्रारंभ नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया से वैक्सीन की सप्लाई होनी है लेकिन कंपनी ने राजस्थान को केवल तीन लाख संभावित डोज देने की हामी भरी है। उन्होंने कहा कि ऎसे में पूरे प्रदेश में 18-45 आयुवर्ग के लिए लोगों के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम प्रारंभ नहीं किया जा सकता। 
डॉ. शर्मा ने कहा कि जो हमें संभावित तीन लाख वैक्सीन की डोज मिलने जा रही हैं, उनका उपयोग प्रदेश के उन शहरों में सर्वप्रथम किया जाएगा, जहां संक्रमण अधिक है। इन शहरों में भी केवल 35-44 आयुवर्ग के लोगों का ही वैक्सीनेशन होगा। इसके बाद जब वैक्सीन की सप्लाई नियमित होगी तब तय आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन होगा। 

7 करोड़ डोज की आवश्यकता

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 18-45 वर्ष आयुवर्ग के करीब 3.25 करोड़ लोग है। इसलिए प्रदेश को 7 करोड़ वैक्सीन डोज की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन नहीं मिलने के कारण फिलहाल सभी का वैकसीनेशन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से वैक्सीन मिलने के साथ ही प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।

7 लाख इंजेक्शन प्रतिदिन लगाने का तंत्र विकसित 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान में 7 लाख इंजेक्शन प्रतिदिन लगाने का तंत्र विकसित किया जा चुका है, जिसे और भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभाग ने 5 लाख 80 हजार वैक्सीन एक दिन में लगाए थे। उन्होंने कहा कि 45 से अधिक उम्र के लोग करीब 2 करोड़ 9 लाख हैं। इनमें से भी कई लोगों को दूसरा डोज लगाना बाकी है। 

15 हजार रेमडेसिविर प्रतिदिन की जरुरत

डॉ. शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की तेजी से बढ़ती संख्या के कारण प्रदेश को एक मई से 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रतिदिन चाहिए। जबकि केन्द्र सरकार की ओर से जो आवंटन किया जा रहा है वह बेहद कम है। उन्होंने कहा कि अप्रेल माह में राजस्थान को 67 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन किया गया था, लेकिन प्रदेश को केवल 40 हजार इंजेक्शन की उपलब्ध हो सके।

बैड्स की कमी नहीं

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अस्पतालों या कोविड केयर सेंटर में पर्याप्त संख्या में बैड्स उपलब्ध है, लेकिन आक्सीजन और रेमडेसिविर का आवंटन केन्द्र सरकार के हाथ में होने के कारण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आक्सीजन की कमी और रेमडेसिविर के कम आवंटन सबंधी विषयों पर ही प्रदेश के मंत्री समूह ने हाल ही में दिल्ली जाकर सबंधित केन्द्रीय मंत्रियों को अवगत कराया था।

Comments

Popular posts from this blog

आम आदमी पार्टी के यूथ विंग प्रेसिडेंट अनुराग बराड़ ने दिया इस्तीफा

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

1008 प्रकांड पंडितों ने किया राजस्थान में सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान