स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन
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जानकारी मिलने पर मुस्लिम समाज और अन्य समुदायों के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। वे पिछले कुछ दिनों से कोमा में चल रहे थे। गाजी फकीर को मंगलवार को उनके पैतृक गांव में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
मंगलवार सुबह उनके पैतृक गांव झाबरा में उनका शव लाया गया, जहां हजारों अनुयाईयों ने पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आस-पास के कई क्षेत्रों से उनके चाहने वाले उनके गांव पहुंचे। इसके बाद उनके घर से लेकर गांव की दरगाह तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। सपुर्द-ए-खाक किया गया। लोगों ने उन्हें नम आंखो से विदाई दी।
हालांकि, उनके बेटे और राजस्थान सरकार में मंत्री सालेह मोहम्मद ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना संक्रमण के चलते गाइडलाइन का पालन करें और अपने घरों में ही रहें।
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