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राष्ट्र के उत्थान में महिलाएं निभा रही है विशेष भूमिका - शर्मा

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सुश्री संजू सैनी ने ड्रेस मेकिंग सीआईटीएस योजना अखिल भारत में उच्च अंक प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया... जयपुर।  झालाना डूँगरी स्थित राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान में कौशल दीक्षांत समारोह 2024 का आयोजन किया गया। यह संस्थान भारत सरकार, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान हैं एवं यहाँ कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा आयोजित विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों का संचालन किया जाता हैं। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ड्रेस मेकिंग, कॉस्मेटोलॉजी, फैशन डिज़ाइन, कोपा, ऑफिस मैनेजमेंट जैसे कोर्सस विशेष हैं।  समारोह में मुख्य अतिथि  लोकसभा सांसद श्रीमती मंजु शर्मा ने गत सत्र 2023-24 परीक्षा में उत्तीर्ण छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पुरुस्कार वितरित किए ।  कार्यक्रम में आरडीएसडीई राजस्थान की उपनिदेशक श्रीमती प्रियंका सोमानी एवं प्रधानाचार्य मनहरभाई कातरिया ने संस्थान में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं अवगत कराया कि संस्थान की एक छात्रा सुश्री संजू सैनी ने ड्रेस मेकिंग सीआईटीएस योजना अखिल भारत में उच्च अंक प्राप्त कर संस्थान का नाम

50 लाख से अधिक श्रमिक नियोजन के साथ मनरेगा में राजस्थान पहले पायदान पर - पायलट


जयपुर। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि प्रदेश में मनरेगा योजना के तहत श्रमिक नियोजन प्रतिदिन 50 लाख से अधिक हो गया है। श्रमिक नियोजन की दृष्टि से राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। नियोजित श्रमिकों में लगभग 13 लाख प्रवासी श्रमिक भी रोजगार पा रहे हैं।
पायलट ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के चुनौती भरे समय में मनरेगा के तहत रोजगार मिलने से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को भरपूर आर्थिक संबल मिल रहा है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण जहां अप्रेल माह में केवल 62 हजार श्रमिक नियोजित थे, वहीं विभाग के समन्वित प्रयासों से श्रमिक नियोजन बढ़कर 8 जून को 50.20 लाख से अधिक हो गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में सर्वाधिक 4.11 लाख से अधिक श्रमिक नियोजित है। इसी प्रकार डूंगरपुर जिले में 3.55 लाख, बांसवाड़ा जिले में 3.50 लाख तथा अजमेर जिले में 2.67 लाख से अधिक श्रमिक नियोजित है।
पायलट ने कहा कि मनरेगा में नियोजित 13 लाख प्रवासी श्रमिकों में से लगभग सवा ग्यारह लाख के पास पहले से ही जॉब कार्ड थे और लगभग पौने दो लाख प्रवासी श्रमिकों को नये जॉब कार्ड जारी किये गये है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लाखों की संख्या में देष के विभिन्न प्रान्तों से आये प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा से रोजगार मिला व उन्हें आर्थिक संकट से उबरने में मदद मिली है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मनरेगा कार्यस्थल पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गाइड लाईन की पालना की जा रही है।


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