स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhwdOA3ULSVhrMgesDNWyo-pjTtoqHT1-VGezmITKidxutzeUQkjH7yWSZsYPlf32oM96j5uOP-Hyc_3tDgJI53NNw8B5_F1R7eeoz49v5dkWg9J1ZJm9lbNiY-Ay8zxy5TuBPqXilh2DH4f04DS_Fy87htjFdanrBJUkdJykHJ4a1Xvq2BTJ7fx0Ibo48/w640-h480/IMG-20240520-WA0004.jpg)
डाॅ. शर्मा ने कहा कि योग प्राचीन भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग रहा है। हजारों वर्ष पूर्व हमारे ऋषि-मुनियों ने स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनाने का संदेश दिया। योग का महत्व आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में और अधिक बढ़ गया है। योग से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहा जा सकता है। योग करने से व्यक्ति के शरीर की सभी इंद्रियां भली-भांति गतिमान होती हैं। सही मायने में योग एक ऐसी दवा है जो बिना दवा के इलाज करने में सक्षम है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि योग शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है। योग से मस्तिष्क सक्रिय होता है और एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है। साथ शारीरिक ऊर्जा में भी वृद्धि होती है। कोरोना जैसी महामारी के रोकथाम में भी योग की महत्वपूर्ण भूिमका है। योग और प्राकृतिक चिकित्सकों के विशेषज्ञों के अनुसार योग से शरीर में रोग-प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है एवं बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है।
डाॅ. शर्मा ने कहा कि इस वर्ष कोरोना की रोकथाम के लिए जारी हैल्थ प्रोटोकाॅल के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही योग दिवस मनाना है। प्रदेशवासियों से मैं यही अपील करता हूं कि प्रोटोकाॅल के अनुसार मास्क पहने, बार-बार हाथ धोएं तथा स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से जागरूक और सतर्क रहें।
Comments
Post a Comment