Featured Post

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

Image
जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

वेतन विसंगतियों की मांग को लेकर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

 

जयपुर। राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारियों के 64 दिन के आंदोलन के बाद सरकार के बार-बार आश्वासनों से तंग आकर कर्मचारियों में व्यापक आक्रोश है। 

इस संबंध में शुक्रवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ ने प्रेस कांफ्रेंस में कर्मचारियों की मांगे पूरी करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राज सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र दाधीच ने बताया कि सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांगों पर छलावा कर रही है। राज्य सरकार द्वारा मंत्रालयिक कर्मचारियों की ग्रेड पे के मामले में केवल संस्थापन अधिकारी की ग्रेड पे बदला जा रहा है, जिसका मंत्रालयिक कर्मचारी विरोध करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सतवीर सिंह राजावत, विजय सिंह राजावत, जितेन्द्र सिंह, यतेन्द्र सिंह,विवेक सैकड़l एवं मुकेश मुदगल भी उपस्थिति रहे। इन सभी ने एक स्वर में कहा कि स्वयं को संवेदनशील मानने वाली सरकार की मंत्रालयिक कर्मचारियों के प्रति बेरूखी के कारण सभी ने सरकार का विरोध करने का संकल्प लिया है। 

गौरतलब है कि महासंघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों से अवगत भी कराया था। मंत्रालयिक कर्मचारियों की वित्तीय मांग पर केवल संस्थापक अधिकारी की ग्रेड पे 6000 के स्थान पर 6600 की जा रही है। कनिष्ठ सहायक के पद की योग्यता भी स्नातक नहीं की जा रही है। जबकि कर्मचारियों की मांग मंत्रालयिक कर्मचारी संपर्क के प्रथम पदोन्नति पद की ग्रेड पे 2800 के स्थान पर 3600 करने अथवा द्वितीय पदोन्नति की ग्रेड पे 3600 के स्थान पर 4200 करने की मांग है। इस मांग पर कमेटी की सकारात्मक रिपोर्ट के आश्वासन के कारण अधीनस्थ विभाग एवं पंचायती राज संस्थानों में पदोन्नति पदों की आशा अनुरूप संख्या में कम स्वीकृत करने पर भी महासंघ द्वारा सरकार का स्वागत किया है।महासंघ के ट्रिब्यूनल चेयरमेन कमलेश शर्मा ने बताया कि सरकारों ने समकक्ष सभी कैडरस को एन्ट्री स्केल के पश्चात पदोन्नति वेतनमानों एवं पदोन्नति अवसरों में समय समय पर वृद्धि की है। एन्ट्री स्कूल में भी कुछ संवर्गों को हार्ड ड्यूटी अथवा अन्य भत्तों के नाम से वेतन उन्नयन किया हुआ है। एन्ट्री स्केल पर तो केन्द्र के समान वेतनमान की बात कहकर सरकार पल्ला झाल लेती है परन्तु पदोन्नति वेतनमान एवं पदोन्नति के अवसर की बात आते ही मौन धारण कर लेती 64 दिन के आंदोलन में कर्मचारियों ने आँधी तुफान, अतिवृष्टि का सामना किया। दिन-रात महापड़ाव मे इसी आशा के साथ जमे रहे कि सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों की पीड़ा को समझेगी। मंत्री डॉ० महेश जोशी आदोलन स्थल पर रक्तदान शिविर एवं एक अन्य दिन आकर आश्वासन देकर गये थे। तत्पश्चात आर०टी०डी०सी अध्यक्ष धमेन्द्र सिंह राठौड ने सरकार से समझौता कराया और तब से लेकर लगातार यह आश्वासन देकर गये कि आपको किसी भी हाल में सचिवालय पैटर्न दिलवायेंगे। स्वयं माननीय मुख्यमंत्री ने हमे ठोस आश्वासन दिया था कि वेतन विसंगति दूर की जायेगी। इसके बाद भी यह स्थिति अच्छी नहीं है।

प्रदेशाध्यक्ष राजसिंह चौधरी ने बताया कि पुरानी पेंशन के नाम पर सरकार यह जताना चाह रही है कि हमने कर्मचारियों को काफी कुछ दिया है. जबकि पुरानी पेंशन किसी एक भी व्यक्ति की स्वीकृत हुई हो तो सरकार बताये। यह आकडी का माया जाल है सरकार यह जानती है कि पुरानी पेंशन कभी कर्मचारियों को मिलेगी ही नहीं। सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों से समझौते करके मुकरी है। जिसका खामियाजा मंत्रालयिक कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के विरोध के कारण सरकार को भुगतना होगा। यह निश्चित है कि सरकार को मंत्रालयिक कर्मचारियों की हाय लगेगी ।

Comments

Popular posts from this blog

आम आदमी पार्टी के यूथ विंग प्रेसिडेंट अनुराग बराड़ ने दिया इस्तीफा

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

1008 प्रकांड पंडितों ने किया राजस्थान में सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान