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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

बीकानेर हाउस में मनाया गया ग्लोबल प्रवासी मकर संक्रांति उत्सव

पैरिस के धोंद बैंड और भूंगर ख़ान एंड ग्रुप ने दी शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति...

नई दिल्ली। नई दिल्ली के बीकानेर हाउस स्थित चांदनी बाग में राजस्थान फाउंडेशन और राजस्थान टूरिज्म विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ग्लोबल प्रवासी मकर संक्रांति उत्सव 2021 मनाया गया। इस अवसर पर पेरिस से प्रवासी राजस्थानी रहीस भारती के धौंद बैंड द्वारा राजस्थान की मिट्टी की खुशबू से सराबोर 'बेगा घरा आयो बालम', 'सावन आयो रे', पतंग उड़ा रे छोरा पतंग उड़ा', और सोना रा बटन, जैसे मंत्रमुग्ध कर देने वाले राजस्थानी गीतों की रंगारंग प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में राजस्थानी फोक म्यूजिक के बादशाह भुंगर खान और ग्रुप द्वारा परंपरागत राजस्थानी फोक और सूफी गानों से समां बांध दिया, उन्होंने घूमर, पधारो म्हारे देश, केसरिया बालम, निबूडा, छाप तिलक, दमादम और चिरमी जैसे लोकप्रिय राजस्थानी गीतों की चांदनी बाग के मंच से जबरदस्त प्रस्तुति दी जिसे देश और दुनिया में जूंम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हजारों लोगों ने देखा और सराहा। 

इस अवसर पर राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि ऐसे ग्लोबल सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रवासी राजस्थानियों को अपनी मिट्टी से जोड़ने के प्रयासों को हकीकत में बदलने का मिशन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसी भी देश और प्रदेश की भाषा और भोजन उसकी संस्कृति के आधार होते हैं तथा राजस्थानी संस्कृति इस रूप में बहुत ही समृद्ध है यहां की भाषा, गीत संगीत, कला और खानपान में जैसी विविधता है वैसी देशभर में दुर्लभ है इन सभी विविधताओं से प्रवासी राजस्थानियों की नई पीढ़ी को रूबरू करवाने में ऐसे ग्लोबल स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा हाल ही में "रुट टूरिज्म पॉलिसी" लाई गई है जिसके माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों को उनके रूट से जोड़ने और मजबूत करने के बेहतरीन प्रयास किए जाएंगे । उन्होंने बताया कि अब प्रदेश की सरकार द्वारा "राजस्थान कॉलिंग" के नाम से कार्यक्रम लांच किया जाएगा जिसके माध्यम से देश और विदेश के सभी प्रवासी राजस्थानियों यों को एक सूत्र में जोड़ने का कार्यक्रम रहेगा।

राजस्थान टूरिज्म में सेंटर नई दिल्ली की सहायक निदेशक सुनीता मीणा ने बताया कि कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के मध्य नजर इस कार्यक्रम को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और दुनिया के कोने कोने में तमाम प्रवासी राजस्थानिओं को जोड़ने का मौका मिला है इससे राजस्थान सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने में गति मिलेगी।

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