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स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन

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जयपुर। स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार, 19 मई, 2024 को कांवटिया सर्कल पर भावपूर्ण भजन संध्या का आयोजन के साथ आमरस प्रसादी का वितरण किया गया।  कार्यक्रम में प्रतिभाशाली कलाकारों की आकाशीय आवाजें शांत वातावरण में गुंजायमान हो उठीं, जो उपस्थित लोगों के दिलों और आत्मा को छू गईं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, आईएएस राजेंद्र विजय, एडिशनल एसपी पूनमचंद विश्नोई, सुरेंद्र सिंह शेखावत, अनिल शर्मा, के.के. अवस्थी, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सहित सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती मीना कंवर, मंत्री मेघना तंवर, कोषाध्यक्ष अजय सिंह तंवर एवं गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।

बीकानेर हाउस में मनाया गया ग्लोबल प्रवासी मकर संक्रांति उत्सव

पैरिस के धोंद बैंड और भूंगर ख़ान एंड ग्रुप ने दी शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति...

नई दिल्ली। नई दिल्ली के बीकानेर हाउस स्थित चांदनी बाग में राजस्थान फाउंडेशन और राजस्थान टूरिज्म विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ग्लोबल प्रवासी मकर संक्रांति उत्सव 2021 मनाया गया। इस अवसर पर पेरिस से प्रवासी राजस्थानी रहीस भारती के धौंद बैंड द्वारा राजस्थान की मिट्टी की खुशबू से सराबोर 'बेगा घरा आयो बालम', 'सावन आयो रे', पतंग उड़ा रे छोरा पतंग उड़ा', और सोना रा बटन, जैसे मंत्रमुग्ध कर देने वाले राजस्थानी गीतों की रंगारंग प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में राजस्थानी फोक म्यूजिक के बादशाह भुंगर खान और ग्रुप द्वारा परंपरागत राजस्थानी फोक और सूफी गानों से समां बांध दिया, उन्होंने घूमर, पधारो म्हारे देश, केसरिया बालम, निबूडा, छाप तिलक, दमादम और चिरमी जैसे लोकप्रिय राजस्थानी गीतों की चांदनी बाग के मंच से जबरदस्त प्रस्तुति दी जिसे देश और दुनिया में जूंम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हजारों लोगों ने देखा और सराहा। 

इस अवसर पर राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि ऐसे ग्लोबल सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रवासी राजस्थानियों को अपनी मिट्टी से जोड़ने के प्रयासों को हकीकत में बदलने का मिशन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसी भी देश और प्रदेश की भाषा और भोजन उसकी संस्कृति के आधार होते हैं तथा राजस्थानी संस्कृति इस रूप में बहुत ही समृद्ध है यहां की भाषा, गीत संगीत, कला और खानपान में जैसी विविधता है वैसी देशभर में दुर्लभ है इन सभी विविधताओं से प्रवासी राजस्थानियों की नई पीढ़ी को रूबरू करवाने में ऐसे ग्लोबल स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा हाल ही में "रुट टूरिज्म पॉलिसी" लाई गई है जिसके माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों को उनके रूट से जोड़ने और मजबूत करने के बेहतरीन प्रयास किए जाएंगे । उन्होंने बताया कि अब प्रदेश की सरकार द्वारा "राजस्थान कॉलिंग" के नाम से कार्यक्रम लांच किया जाएगा जिसके माध्यम से देश और विदेश के सभी प्रवासी राजस्थानियों यों को एक सूत्र में जोड़ने का कार्यक्रम रहेगा।

राजस्थान टूरिज्म में सेंटर नई दिल्ली की सहायक निदेशक सुनीता मीणा ने बताया कि कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के मध्य नजर इस कार्यक्रम को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश और दुनिया के कोने कोने में तमाम प्रवासी राजस्थानिओं को जोड़ने का मौका मिला है इससे राजस्थान सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने में गति मिलेगी।

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