Posts

Showing posts from July, 2025

मोदी सरकार में भारत की भूख और कर्ज़ की स्थिति –आंकड़ों की जुबानी विकास की हकीकत"

Image
आशीष मिश्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंचों पर कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं लेकिन देश की आंतरिक सामाजिक-आर्थिक स्थिति को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए हैं। विशेष रूप से ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) में भारत की गिरती रैंकिंग और बढ़ते सार्वजनिक कर्ज़ ने विशेषज्ञों को चिंतित किया है। हंगर इंडेक्स में गिरावट – कुपोषण की चिंता ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) में भारत की स्थिति 2014 में 55वें स्थान पर थी जो 2023 तक गिरकर 111वें स्थान पर पहुंच गई। यह उस समय की बात है जब प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को "विश्वगुरु" बनाने की बात की थी। GHI चार प्रमुख संकेतकों के आधार पर बनता है:  कुपोषित जनसंख्या का प्रतिशत 5 साल से कम उम्र के बच्चों में कुपोषण (Wasting & Stunting),  बाल मृत्यु दर और भोजन की कमी विशेषज्ञों की राय : कई स्वतंत्र रिपोर्ट्स के अनुसार, कोविड-19 महामारी के बाद खाद्य असुरक्षा और बेरोज़गारी के कारण निचले तबके की आबादी को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचा। सरकार की ओर से राशन योजनाएं और जनधन खातों जैसी पहलें की गईं, लेकिन ज़मीनी प्रभाव सीमित रहा। राष्ट्र...

डॉ. गुण प्रकाश चैतन्य जी महाराज का चातुर्मास व्रत समारोह – जयपुर में भक्ति और साधना का अद्भुत संगम

Image
जयपुर में पहली बार अलौकिक, अद्वितीय एवं विलक्षण होगा 33 कुण्डीय श्री महागणपति महायज्ञ और श्रावण मासीय शिवप्रद रूद्राभिषेक सुख-शांति, समृद्धि एवं योगी, निरोगी, उपयोगी सेवा भाव के साथ मानव कल्याण के लिए होगा कार्यक्रम का आयोजन... आगाज केसरी  जयपुर। गुलाबी नगर जयपुर में इन दिनों आध्यात्मिक वातावरण अपनी चरम पर है। अवसर है प्रख्यात संत डॉ. गुण प्रकाश चैतन्य जी महाराज के चातुर्मास व्रत समारोह का, जो मालवीय नगर में भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और भक्ति की उमंग ने समारोह को और भी विशेष बना दिया। चातुर्मास का महत्व और प्रारंभ चातुर्मास, जो आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलता है, सनातन परंपरा में संयम, साधना और सेवा का पर्व माना जाता है। डॉ. गुण प्रकाश चैतन्य जी महाराज ने कहा कि "ये चार महीने आत्मशुद्धि, मन की स्थिरता और ईश्वर से गहरे जुड़ने के लिए हैं। यह समय सांसारिक व्यस्तताओं से हटकर आत्मा को परमात्मा की ओर मोड़ने का है।" महाराज श्री ने सेवाभाव का महत्व बताते हुए कहा – “वास्तविक साधना वही है जो दूसरों के जीवन में आनंद भर दे।”  18 जुलाई से ...