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स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन

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जयपुर। स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार, 19 मई, 2024 को कांवटिया सर्कल पर भावपूर्ण भजन संध्या का आयोजन के साथ आमरस प्रसादी का वितरण किया गया।  कार्यक्रम में प्रतिभाशाली कलाकारों की आकाशीय आवाजें शांत वातावरण में गुंजायमान हो उठीं, जो उपस्थित लोगों के दिलों और आत्मा को छू गईं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, आईएएस राजेंद्र विजय, एडिशनल एसपी पूनमचंद विश्नोई, सुरेंद्र सिंह शेखावत, अनिल शर्मा, के.के. अवस्थी, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सहित सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती मीना कंवर, मंत्री मेघना तंवर, कोषाध्यक्ष अजय सिंह तंवर एवं गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।

23 से 30 सितंबर तक भव्य स्वदेशी एवं स्वरोजगार मेला 2023 का होगा आयोजन

एक समृद्धशाली अभ्युदय के लिए स्वावलंबन की ओर भारत...

जयपुर। "स्वावलंबन की और भारत" इस ध्येय के साथ जयपुर में मानसरोवर स्थित डी. टी. रोड मेला ग्राउड पर आगामी 23 से 30 सितंबर तक भव्य स्वदेशी एवं स्वरोजगार मेला 2023 का आयोजन होने जा रहा है। स्वदेशी जागरण संघ के तत्वावधान में स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन जयपुर पैप्टर दद्वारा लगाया जाने वाला यह मेला पूर्ण रूप से अपने देश में बनी वस्तुओं तथा सेवाओं पर आधारित होगा। स्वदेशी मेले में देशभर के कला एवं हस्तशिल्प, गैर सरकारी सेवा संगठन, स्वयंसहायता समूह, कुटीर, सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों द्वारा भारत में निर्मित हजारी वस्तुएँ उपलब्ध होगी। प्रदेश तथा देश के विभिन्न भागों से आए सैकड़ों विविध स्टॉल इस मेले का हिस्सा होगे। साथ ही प्रतिदिन विविध सांस्कृतिक गतिविधियों व प्रतियोगिताएँ मैले का विशेष आकर्षण रहेगी।

गौ उत्पादों से लेकर अत्याधुनिक तकनीक तक मिलेगा सब कुछ

स्वदेशी मेला में गौ उत्पाद, गोधन निर्मित उपहार सामग्री, जैविक उत्पाद, हस्तकला, मकरघा वस्त्र, आभूषण, गलीये, हर्बल स्वास्थ्य व सदिये प्रसाधन, खिलौने, परी, घरेलू साज-सज्जा पर यादव, कृषि, विविध उपकरण, इलैक्ट्रोनिक्स तथा लघु व कुटीर उद्योग निर्मित हजारो विविध उत्पाद लाखो को तक

स्वदेशी को प्रोत्साहन

स्वदेशी मेला में उपभोक्ता सीधे उत्पादकों जुड़ेंगे जिससे यह छोटे उद्यमियां विशेषतः महिलाओं, कलाकारों तथा स्वरोजगाररत युवाओं लिए व्यावसायिक किंग का विशाल सध्यम बनेगा। यह स्वदेशी उत्पादों व सेवाओं को बाजार में स्थापित करने तथा स्वदेशी में ना जगाने का बड़ा अवसर होगा।

सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विरासत के दर्शन

स्वदेशी मेला के आठ दिन विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन होने जिसमें गायत्री परिवार द्वारा हवन, रामराज्य महोत्सव समिति द्वारा 5100 दीपो से श्रीराम आरती, विश्व हिंदू परिषद द्वारा सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, गोकुलम दही हामी, सद्भावना परिवार द्वारा सामूहिक घुमर, विद्याभारती तथा स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। साथ ही सेवा बस्तियों में चल रहे सेवा प्रकल्प भी देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति।


बौदधिक आयोजन एवं प्रतियोगिताएँ

स्वदेशी एवं स्वरोजगार मेला में प्रत्येक नवोन्मेष द्वारा 2047 का भारत पर वैचारिक संगोष्ठी, किसान संघ द्वारा कृषि, स्वरोजगार एवं स्वावलंबन पर विचार मधन, पं दीनदयाल उपाध्याय जयंती, कौशल विकास पर टॉक शो, कवि सम्मलेन, क्रीडा भारती द्वारा खेलकूद प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान (क्विज), मेहंदी व क्राफ्ट, रंगोली इत्यादि विभिन्न प्रतियोगिताएँ होंगी जिसमें विभिन्न आयुवर्गों के विद्यार्थी, युवा व महिलाएं भाग लेंगे

युवाओं के लिए जॉब फेयर

दो दिवसीय जॉब फेयर के माध्यम से युवाओं को रोजगार दिलाने तथा स्वरोजगार प्रोत्साहन के प्रयास किए जाएंगे। विद्यार्थी, युवा व महिलाएँ भाग लेंगे। 27 व 28 सितंबर को रोजगार सृजन केन्द्र जयपुर व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दद्वारा स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन का यह प्रयास राजस्थान प्रदेश की समृद्धशाली संस्कृति एवं परंपरा, कला और खेलकूद के साथ औद्योगिक विकास की और सतत अग्रसर होगा। यहाँ के लघु, मध्यम तथा वृहद् उद्योगों के साथ-साथ हस्तशिल्प एवं कारीगरी क्षेत्र के विकास व संवर्धन के लिए स्वर्णिम भारत फाउंडेशन सतत प्रयत्नशील रहते हुए विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर रहा है। इसी क्रम में वर्ष 2023 में जयपुर शहर में स्वदेशी एवं स्वरोजगार मेले का आयोजन होने जा रहा है।

यह मेला युवाओं को स्वरोजगार की ओर प्रेरित करने का सुनहरा अवसर होगा। युवा नौकरीकर्ता से आगे बढ़कर नौकरीप्रदाता बनें जिससे बेरोजगारी खत्म कर देश के युवाओं को सक्षम बनाया जा सके।

स्वदेशी मेला स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर भारत के तहत भारतीय उद्योगों के उत्पादों व सेवा क्षेत्र के लिए नए व्यावसायिक अवसर उपलब्ध करवाता है। यह मेला भारतीय उत्पादों, ग्रामीण, कुटीर, निजी, सहकारी तथा सार्वजानिक क्षेत्रों के उपक्रमों के लिए लाभकारी व्यापारिक उपक्रम के रूप में उभरेगा जिसका प्रत्यक्ष लाभ हजारों उद्यमियों, कारीगरों को प्राप्त होगा। स्वदेशी मेला भारतीय उत्पादों तथा सेवाओं के गुणवता विकास एवं उन्हें बेहतर चयन की सुविधा प्रदान करने का माध्यम होगा।

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