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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

गीता जयंती के अवसर पर गीता कांटेक्ट का पोस्टर विमोचन हुआ संपन्न

जयपुर। गीता कॉन्टेस्ट गीता के 7 से 12 अध्याय आधारित प्रतियोगिता का पोस्टर विमोचन किया गया इस अवसर पर हरे कृष्ण मूवमेंट के कार्यक्रम समन्वयक प्राण वल्लभ दास एवं मीडिया प्रभारी सिद्ध स्वरूप दास ,रावत एजुकेशन ग्रुप के डायरेक्टर एवं चेयरमैन एवं सैकड़ों विद्यार्थियों इस अवसर पर उपस्थित थे।

हरे कृष्णा मूवमेंट राजस्थान के अध्यक्ष अमितासन दास  ने कहा कि भगवत गीता मनुष्य जीवन का मैनुअल (Manual) है। आज से करीब 5000 साल पहले महाभारत के युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण ने गीता उपदेश गीता जयंती के दिन दिए थे। भगवद गीता का सन्देश आज भी प्रासंगिक हैं। आज भागवत गीता दुनिया की सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे प्रसिद्ध पुस्तक है और इसीलिए कई देशों के विश्वविद्यालयों में गीता का अध्ययन कराया जा रहा है।गीता जयंती 14 दिसंबर को है इस अवसर पर हम अनेको कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं  जिसमें भगवत गीता का अधिक से अधिक वितरण एवं प्रचार समाहित है। लोगों को गीता अध्ययन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक  राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

गीता कांटेस्ट  हरे कृष्ण मूवमेंट और कृष्ण भावनामृत सेंटर (KBC) के सहयोग से राजस्थान स्तर पर किया जा रहा है। इस  प्रतियोगिता का रजिस्ट्रेशन 14 दिसम्बर गीता जयंती से प्रारंभ होगा एवं एग्जाम 13 मार्च  को आयोजित किया जाएगा।

मीडिया प्रभारी सिद्ध स्वरूप दास ने बताया कि गीता कॉन्टेस्ट सीनियर कैटेगरी प्रथम पुरस्कार गीता रत्न विजेता को ₹25,000/- , द्वितीय पुरस्कार गीता भूषण को ₹ 11000/- का, तृतीय पुरस्कार गीता को ₹ 11000 दिया जायेगा। साथ ही विशेष आकर्षक ट्रॉफी एंड सर्टिफिकेट दिए जायेंगे । कॉन्टेस्ट में टॉप 100 रैंक में आने वाले प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए जायेंगे।

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