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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

श्रमिकों को रोडवेज बस से पहुंचाया घर


जयपुर। प्रशासन को सूचना मिली कि कई महिलाएं, बच्चे जिनमे गर्भवती महिलाएं भी शामिल है, एक पेड़ के नीचे ठहरे हुये है और बारां जिले में अपने घर पैदल ही जाने की योजना बना रहे है। 


यहां पाली जिले के बाली तहसील के शैला गांव में ठहरे मज़दूरों में 15 बच्चे, 7 महिलाओं सहित 33 मजदूर मिले। जिनमे दो गर्भवती महिलाएं भी थी। यह मजदूर तीन दिन से ठहरे हुये थे इनके पास खाने की भी कमी थी। 


जानकारी मिलते ही तत्काल पाली जिला प्रशासन एवं राजस्थान रोडवेज के अधिकारी मौके पर पंहुचे और रोडवेज की बस से उन्हें सकुशल बारां पहुंचाने के इंतेजाम किये गये। अब ये लोग अपने घर सकुशल पहुंचकर प्रशासन एवं रोडवेज द्वारा दी गई सहायता से संतुष्ट राज्य सरकार को धन्यवाद देते नहीं थक रहे। 


मज़दूरों ने बताया कि गुजरात में ईट भट्टे पर मजदूरी करते है तथा गुजरात से सात दिन तक लगातार पैदल करीब 200 किमी की यात्रा कर श्री शैला गांव पहुॅचे है। 


मेडिकल टीम द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की स्की्रनिंग, तापमान की जॉच एवं सेनेटाईजर से हाथ साफ करवाकर मजदूरो को प्रशासन द्वारा खाध्य सामग्री (बिस्कुट, बोटल पानी) देकर रोडवेज बस में सोश्यल डिसटेन्सिंग ध्यान रखते हुए बैठाकर उनके गंतव्य स्थान जिला बारां के शाहबाद तहसीज के बरथा गांव के लिये भिजवाया गया।


इन मजदूरों ने कहा कि राज्य सरकार ने श्रमिकों के प्रति संवेदना दिखाई है और इसी कारण वे आज अपने घर और अपनों के पास सुरक्षित पहुंच पाये है।


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