Featured Post

स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन

Image
जयपुर। स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार, 19 मई, 2024 को कांवटिया सर्कल पर भावपूर्ण भजन संध्या का आयोजन के साथ आमरस प्रसादी का वितरण किया गया।  कार्यक्रम में प्रतिभाशाली कलाकारों की आकाशीय आवाजें शांत वातावरण में गुंजायमान हो उठीं, जो उपस्थित लोगों के दिलों और आत्मा को छू गईं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, आईएएस राजेंद्र विजय, एडिशनल एसपी पूनमचंद विश्नोई, सुरेंद्र सिंह शेखावत, अनिल शर्मा, के.के. अवस्थी, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सहित सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती मीना कंवर, मंत्री मेघना तंवर, कोषाध्यक्ष अजय सिंह तंवर एवं गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रील भक्तिसिद्धान्त सरस्वती ठाकुर के सम्मान में जारी किया स्मारक टिकट और एक सिक्का

जयपुर। आध्यात्मिक गुरु स्वयं भगवान् का साक्षात स्वरुप होते हैं, वह भक्तों के जीवन का उद्धार करते हैं और उन्हें भगवद भक्ति का आशीर्वाद प्रदान करते है। 

कृष्ण कृपामूर्ती श्रील भक्तिसिद्धान्त सरस्वती महाराज भगवान् चैतन्य महाप्रभु के प्रतिनिधि थे, अर्थ से परमार्थ तक कैसे जाया जाता है यह उनके जीवन से साफ़ झलकता है। दिल्ली के भारत मंडपम में गुरुवार 8 फ़रवरी को एक भव्य कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कर कमलों से उनके सम्मान में एक स्मारक टिकट और एक सिक्का जारी किया। यह कार्यक्रम उनकी 150 वी जयंती के उपलक्ष्य में 6 फ़रवरी से प्रारंभ हुआ था। ज्ञात हो की उनकी जयंती की तिथि 29 फ़रवरी है।

श्रील भक्तिसिद्धान्त सरस्वती ठाकुर गौडीय संप्रदाय के प्रमुख गुरु एवं आध्यात्मिक प्रचारक थे,। भगवान् श्रीकृष्ण की भक्ति-उपासना के अनन्य प्रचारकों में उनका नाम अग्रणी है उन्ही से प्रेरणा और भगवद भक्ति का आशीर्वाद लेकर अभय चरणारविन्द भक्ति वेदान्त स्वामी प्रभुपाद ने पूरे विश्व में ISKCON की स्थापना की और लाखों व्यक्तियों को (जिनमे विदेशी भी शामिल थे) भगवान श्रीकृष्ण का अनन्य भक्त बनाने में सफलता प्राप्त की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन में अपने भाव प्रकट करते हुए कहा “मैं श्रील भक्तिसिद्धान्त सरस्वती गोस्वामी प्राभुपाद को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ और उनके अनुयायियों को उनकी 150 वी जयंती की शुभकामनायें देता हूँ| आज मुझे उनकी स्मृति में स्मारिका और सिक्का जारी करने का सौभाग्य मिला ये जयंती ऐसे समय में मना रहे हैं जब कुछ दिन पहले सैकड़ों साल पुराना भव्य राम मंदिर का सपना पूरा हुआ। आज आपके चेहरे पर जो उल्लास दिख रहा है, इसमें रामलला के विराजमान होने की खुशी भी शामिल है। इतना बड़ा महायज्ञ संतों के आशीर्वाद से ही पूरा हुआ”।

इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन पर श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर जयपुर के अध्यक्ष अमितासन दास ने माननीय प्रधानमंत्री का ह्रदय से आभार प्रकट किया और सभी भक्तों को इस अविस्मरणीय क्षण की हार्दिक शुभकामनायें दी।

Comments

Popular posts from this blog

आम आदमी पार्टी के यूथ विंग प्रेसिडेंट अनुराग बराड़ ने दिया इस्तीफा

1008 प्रकांड पंडितों ने किया राजस्थान में सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान

दी न्यू ड्रीम्स स्कूल में बोर्ड परीक्षा में अच्छी सफलता पर बच्चों को दिया नगद पुरुस्कार