स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन
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जयपुर l नेटथेट नेक्सट ऐरा थियेटर के मंच पर युवतरंग संस्कृत नाट्य दल के कलाकारों ने हिन्दी संस्कृत का अनूठा प्रयोग करते हुये ‘‘बलिदानम्’’ ने पन्नाधाय की कथा को बहुत ही संजदगी और कोरोना की सरकारी गाइड लाइन की पालना के साथ प्रस्तुत किया।
नेट थेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि सामली पन्नाधाया को बताती है कि बनवीर ने साते हुये महाराणा विक्रमादित्य की हत्या कर दी। पन्ना समझ जाती है कि अब उदय के प्राणों को भी संकट है। सेवक के साथ पातलो में छिपा कर कुंभलगढ़ भिजवा देती है और उदय के स्थान पर अपने पुत्र चंदन को सुला देती है, जिसे उदय समझ कर बनवीर चंदन की हत्या कर देता है। नाटक में अन्तिमबाला जैन ने अपने दमदार अभिनय से पन्नाधाय के किरदार को जीवंत बना दिया किया।
इस नाटक कि परिकल्पना, लेखन एवं निर्देशन दीपक भारद्वाज ने किया। दीपक कई संस्कृत नाटकों का निर्देशन कर चुकें है, लेकिन इस बार नेटथेट के दर्शकों के लिये हिन्दी संस्कृत का प्रयोग कर लोगों को संस्कृत से भी जोडने का सफल प्रयास किया।
नाटक में सुत्रधार-अर्जुन देव, नटी-रविना, सामली-राधा, कीरत-रमेशराज, और बनवीर-दीपक भारद्वाज ने अपने जीवंत अभिनय से दर्शकों को अभिभूत किया ।
नाटक में डा, फिरोज, देवांग, पुष्पेन्द्र और संदीप ने संगीत दिया। मंच पार्श्व में जीतेन्द्र, अजय, अंकित नोनू, विष्णू जांगीड रहे। प्रकाश संचालन मनोज स्वामी का था।
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