Featured Post

स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर आमरस एवं भजनामृत गंगा कार्यक्रम का हुआ भव्य आयोजन

Image
जयपुर। स्वर्गीय श्रीमती सुप्यार कंवर की 35वीं पुण्यतिथि पर सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार, 19 मई, 2024 को कांवटिया सर्कल पर भावपूर्ण भजन संध्या का आयोजन के साथ आमरस प्रसादी का वितरण किया गया।  कार्यक्रम में प्रतिभाशाली कलाकारों की आकाशीय आवाजें शांत वातावरण में गुंजायमान हो उठीं, जो उपस्थित लोगों के दिलों और आत्मा को छू गईं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, आईएएस राजेंद्र विजय, एडिशनल एसपी पूनमचंद विश्नोई, सुरेंद्र सिंह शेखावत, अनिल शर्मा, के.के. अवस्थी, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सहित सुप्यार देवी तंवर फाउंडेशन के अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती मीना कंवर, मंत्री मेघना तंवर, कोषाध्यक्ष अजय सिंह तंवर एवं गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।

सामान्य बीमारियों के लिए पीएचसी, सीएचसी व जिला चिकित्सालयों में उपलब्ध कराई जा रही हैं आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं


जयपुर। कोरोना के अलावा होने वाली अन्य बीमारियों के उपचार के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी पीएचसी, सीएचसी व जिला अस्पतालों में सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में गैर कोविड-19  अर्थात सामान्य व मातृ शिशु स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि गैर कोविड-19 आवश्यक सेवाओं के अन्तर्गत उच्च प्राथमिकता वाली सेवाओं में प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य एवं डायलिसिस आदि सुविधाएं पूर्व की भांति 24 बाय 7 उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की गई है।


डॉ शर्मा ने बताया कि इन सुविधाओं के लिए चिकित्सा सुविधा संस्थानों में स्थित प्रसव कक्ष, न्यू बोर्न केयर यूनिट, पोस्ट नेटल वार्ड आदि की व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यक चिकित्सक एवं प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही हैं। इसके अलावा लॉकडाउन या कोरोना महामारी की वजह से आमजन को सामान्य बीमारियों के उपचार में कोई परेशानी नही आने दी जा रही हैं।


चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश भर में लगभग 400 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स व बेस एम्बूलेन्स के जरिए प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक दवाओं व जांच सुविधाओं से लगभग 13 हजार 500 लोगों को लाभान्वित किया गया है। मोबाइल ओपीडी में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व व प्रसव पश्चात देखभाल व आवश्यक दवाओं की भी व्यवस्था की गई है।


उन्होंने बताया कि विषम परिस्थितियों में किसी को भी रक्त के अभाव में परेशानी न हो, इसलिए ब्लड बैंकों में व्यक्त्ति या संस्था द्वारा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए ब्लड डोनेशन कैम्प और ब्लड बैंकों में नियमित रक्तदान करवाया जा रहा है।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल ने बताया कि राज्य में सम्पूर्ण लोक डाउन या कफ्र्यू के कारण नियमित रूप से दवा लेने वाले मरीजों को होने वाली समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा एक राज्य स्तरीय दवा आपूर्ति नियंत्रण या औषधि नियंत्रण अधिकारियों को भी इस प्रकार के नियंत्रण कक्ष स्थापित कर मरीजों को उनके घरों पर ही दवाइयां वितरित करने की व्यवस्था की गई है।


Comments

Popular posts from this blog

आम आदमी पार्टी के यूथ विंग प्रेसिडेंट अनुराग बराड़ ने दिया इस्तीफा

1008 प्रकांड पंडितों ने किया राजस्थान में सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान

दी न्यू ड्रीम्स स्कूल में बोर्ड परीक्षा में अच्छी सफलता पर बच्चों को दिया नगद पुरुस्कार