आशीष मिश्र
रूस के सुदूर पूर्वी हिस्से में बुधवार रात तेज़ भूकंप के झटके महसूस किए गए जिससे पूरे प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार यह भूकंप 7.8 तीव्रता का था और इसका केंद्र कामचात्का प्रायद्वीप के पास समुद्र में स्थित था।
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि आसपास के इलाकों में लोगों को घरों से बाहर भागना पड़ा। रूस की आपात सेवा एजेंसियों ने तुरंत अलर्ट जारी कर दिया और समुद्र तटीय इलाकों में रह रहे नागरिकों से ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की गई।
सुनामी का खतरा
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) ने भूकंप के कुछ ही मिनटों बाद जापान, रूस, अलास्का और अमेरिका के पश्चिमी तटीय हिस्सों में संभावित सुनामी की चेतावनी जारी की। विशेषज्ञों के अनुसार यदि समुद्र तल में पर्याप्त ऊर्जा उत्पन्न हुई है तो समुद्र में 1 से 3 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
जापान के होक्काइडो और कुरील द्वीप समूह पर निगरानी बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रशासन समुद्र तटीय शहरों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्थिति पर निगरानी के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। उन्होंने सेना और आपदा प्रबंधन बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। अब तक किसी बड़ी जान-माल की क्षति की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
भारत की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने कहा है कि इस भूकंप से भारत को किसी सीधी खतरे की संभावना नहीं है लेकिन वे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
रूस में आए इस शक्तिशाली भूकंप ने पूरे प्रशांत क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 12 घंटों तक समुद्र के स्तर में उतार-चढ़ाव संभव है ऐसे में तटीय इलाकों में सतर्कता बनाए रखना ज़रूरी है। सुनामी अलर्ट को देखते हुए विभिन्न देशों के तटीय प्रशासन अपनी तैयारी में जुट गए हैं।
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